आप और हम उसी सद्चिदानंद परमात्मा का ही तो अंश हैंसहज और सरल होना ही तो असल स्वाभाव है हमारा,लगता है आपकी भक्ति दृढ़ता की और बढ़ रही है,जो अपने असल स्वभाव की तरफ लौटने लगीं है आप.हमे भी सद् प्रेरणा देती हुई.बहुत बहुत आभार.
आप और हम उसी सद्चिदानंद परमात्मा का ही तो अंश हैं
ReplyDeleteसहज और सरल होना ही तो असल स्वाभाव है हमारा,
लगता है आपकी भक्ति दृढ़ता की और बढ़ रही है,
जो अपने असल स्वभाव की तरफ लौटने लगीं है आप.
हमे भी सद् प्रेरणा देती हुई.
बहुत बहुत आभार.